जानकार बनें ताकि बंद न हो दिल की धड़कन

जानकार बनें ताकि बंद न हो दिल की धड़कन

दिनों दिन बदलती जीवनशैली ने हमारे देश में कई ऐसी बीमारियों को आम बीमारी की श्रेणी में ला दिया है जो हाल तक दुर्लभ की श्रेणी में आते थे। हृदय रोग एक ऐसी ही बीमारी है जिसका प्रसार देश में तेजी से हुआ है। समाज के उन तबकों तक भी इसका प्रसार होने लगा है जिनके बारे में माना जाता था कि मेहनतकश तबका होने के कारण आम तौर पर हृदय रोग की जकड़न से दूर ही रहता है।

हृदय रोग के बारे में हालिया आकलन बताते हैं कि भारत दुनिया की हृदय रोग राजधानी बनने की ओर अग्रसर है और चिंताजनक बाद यह है कि इसके रोगियों में युवाओं की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। एक आकलन के अनुसार भारत में हर साल हार्ट अटैक के 25 फीसदी मामले 40 साल से कम उम्र के लोगों में होते हैं और 50 फीसदी मामले 50 वर्ष से कम आयु वर्ग के लोगों में। जाहिर है कि ये बीमारी तेजी से देश की युवा आबादी को गिरफ्त में लेती जा रही है। इसके बावजूद इसे लेकर लोगों में जागरूकता की भारी कमी है।

दरअसल लोगों को यह पता ही नहीं है कि दिल की बीमारी कितनी तरह की होती है और इनके लक्षण क्या-क्या हैं। एंजाइना की समस्या क्या होती है, वाल्व की समस्या क्या है, किन लक्षणों के आधार पर आपको सतर्क होना चाहिए और कब आपको तत्काल डॉक्टरी मदद की जरूरत है इसके बारे में हमारे देश की बड़ी आबादी अशिक्षित है। बचपन से हमें सिखाया जाता है कि सीने में बाईं तरफ दर्द हो तो हृदय रोग का खतरा होता है।

हालांकि आम तौर पर लोगों को यह नहीं पता होता कि नर्व और मांसपेशियों की वजह से भी सीने में सूई चुभने जैसा तेज दर्द होता है जिसे डॉक्टरी भाषा में न्यूरो मस्क्यूलर पेन कहा जाता है। इसी प्रकार पेट में गैस या तेज एसिड बनने की स्थिति में छाती में दर्द और मरीज को तगड़ी बेचैनी होती है जिसका हृदय रोग से कोई लेना-देना नहीं होता मगर इसके लक्षण एकदम हृदय रोग जैसे ही होते हैं। यानी हृदय रोग की पहचान आसान नहीं है और यही बात इस बीमारी को खतरनाक बना देती है।

हृदय रोग की पहचान के लिए जरूरी है कि हम सीने में दर्द के पैटर्न को समझें। दिल्ली के नेशनल हार्ट इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओ.पी. यादव के अनुसार अगर सीने में धमनियों के अवरोध यानी एंजानिया की वजह से दर्द होगा तो यह दर्द चंद सेकेंड या एक दो मिनट में नहीं खत्म होगा बल्कि आमतौर पर ये दर्द 10 मिनट से अधिक समय तक चलेगा। इसके कारण सांस लेने में तकलीफ होने के साथ-साथ शरीर में तेज थकान, कमजोरी और हाथ-पैरों के ठंडे पड़ने का लक्षण भी हो तो तत्काल हृदय रोग की जांच करवाएं।

इसके अलावा अचानक सीने में दर्द दिल का दौरा पड़ने का संकेत हो सकता है। सीने में दर्द के अलावा साथ में एक या दोनों बाहों में अंदर की ओर दर्द, गर्दन, जबड़े में दर्द या पेट में अनपच जैसा महसूस हो सकता है। ये लक्षण एक साथ या अलग-अलग भी हो सकते हैं। सीने में दर्द के साथ अगर सांस लेने में परेशानी, तेज पसीना और उल्टी के लक्षण हों तो डॉक्टर की सलाह लेने में कतई देर न करें क्योंकि ये हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण है। वैसे एंजाइना के दर्द में आम तौर पर आराम करने से सीने का दर्द खत्म हो जाता है। अगर एक या दो बार इस तरह का दर्द और आराम करने से वो खत्म हो तो डॉक्टर के पास जाना ही उचित है।

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।